एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटGetty Imagesअख़बार इतिहास में झांकने का मौका देते हैं. भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के ह
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अख़बार इतिहास में झांकने का मौका देते हैं. भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के हालात को समझने का एक अच्छा ज़रिया उस समय के अख़बार भी हैं.
बीबीसी हिंदी ने इस कड़ी में उस वक्त नई दिल्ली से छपने वाले अंग्रेज़ी अख़बार 'हिंदुस्तान टाइम्स' और 'डॉन' का जायज़ा लिया.
हिंदुस्तान टाइम्स बिरला घराने का अख़बार है जिनका महात्मा गांधी और कांग्रेस पार्टी से एक ख़ास रिश्ता था.
दूसरी तरफ डॉन की स्थापना क़ायद-ए-आज़म मोहम्मद अली जिन्ना ने की थी और इसके संपादक अल्ताफ़ हुसैन थे.
इमेज कॉपीरइटBritish Libraryहिंदुस्तान टाइम्स
22 देसी रियासतों ने भारत संघ में विलय के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी. ये फ़ैसला वायसरॉय हाउस में लॉर्ड माउंटबेटन की लंच पार्टी के दौरान हुआ. हफ्ते भर पहले ही लॉर्ड माउंटबेटन ने देसी रियासतों को भारत संघ में मिलने की सलाह दी थी जिसका लहज़ा चेतावनी भरा था. इस फ़ैसले तक पहुंचने में बड़ौदा, बीकानेर, पटिलाया, ग्वालियर, जोधपुर और नवानगर जैसी रियासतों का अहम रोल रहा.
फ़्रंटियर गांधी के नाम से मशहूर बादशाह ख़ान ने नई दिल्ली में कांग्रेस नेताओं के सामने ये साफ़ कर दिया कि पाकिस्तान और भारत को आज़ादी मिल रही है जबकि फ़्रंटियर इलाके के लोगों को नहीं. वहां के लोगों को ऐसा लग रहा है कि पाकिस्तान को उनपर थोपा जा रहा है.
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उधर, गांधी पहली बार कश्मीर के दौरे पर रावलपिंडी से श्रीनगर कार से पहुंचे जहां लोगों ने उनका खूब स्वागत किया. लोगों ने गांधी जी की जय और शेख़ अब्दुल्ला की जय के नारे लगाए. जम्मू और कश्मीर के प्रधानमंत्री रामचंद्र काक ने अपने दो प्रतिनिधि महात्मा गांधी से मिलने के लिए भेजे. गांधी की कार पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का झंडा लहरा रहा था.
31 जुलाई को लाहौर में फ़्रंटियर मेल को धमाके से उड़ाने की कोशिश नाकाम रही. उस वक्त ट्रेन में महात्मा गांधी दलबदल सवार थे.
भारतीय सेना के पहले मुख्यालय के तौर पर लाल किले की जगह तय.
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रूस ने भारतीय राजदूत की रिहाइश के लिए ख़ास इंतज़ाम किए. विजयलक्ष्मी पंडित को मॉस्को में नियुक्त किया गया था. इसे भारत के प्रति रूस के गुडविल जेस्चर के तौर पर देखा गया.
अफ़ग़ानिस्तान की तरफ़ से आज़ाद पठान स्टेट की मांग उठी. अफ़ग़ानिस्तान के एक प्रवक्ता ने कहा, हमें उम्मीद है कि हम अपने अफ़ग़ान भाइयों के हित के लिए पंडित नेहरू, महात्मा गांधी और जिन्ना को समझा पाएंगे."
इमेज कॉपीरइटBRITISH LIBRARYImage caption डॉन, 2 अगस्त, 1947
द डॉन
भारत सरकार ने एक गजट नोटिफ़िकेशन जारी कर 15 और 16 अगस्त को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की.
ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के महासचिव लियाकत अली ख़ान ने अतीत की कड़वी यादों को दफ़्न करने की अपील करते हुए कहा, दोनों देशों की सरकारों और सियासी नेताओं को अच्छे पड़ोसी की भावना और भरोसे का रिश्ता बनाने के लिए काम करना चाहिए."
भारत से ब्रितानी फ़ौज़ की पहली टुकड़ी की घर वापसी की तारीख़ 17 अगस्त तय की गई.
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पंजाब सीमा आयोग का एक दल लाहौर से शिमला पहुंचा. 3 अगस्त को इस मीटिंग के लिए सर सिरिल रैडक्लिफ़ भी शिमला में मौजूद होंगे.
होशियारपुर में सांप्रदायिक हिंसा में तीन लोगों की मौत और 18 घायल. तीन दिनों से चल रहे तनाव के माहौल ने पूरे शहर को अपने गिरफ़्त में लिया. अमृतसर, कलकत्ता और लाहौर से भी ऐसी ही ख़बरें.
नेहरू के क़रीबी रहे वीके कृष्णमेनन को ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त बनाया गया.