एब्स्ट्रैक्ट:राजस्थान के रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी साफिया ख़ान जीत गई हैं. उन्होंने बीजेपी क
राजस्थान के रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी साफिया ख़ान जीत गई हैं. उन्होंने बीजेपी के सुखवंत सिंह को 12,228 मतों से हराया.
इस जीत के साथ ही राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 100 सीट हो गए हैं. अब राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पूर्ण बहुमत से केवल एक सीट पीछे है.
रामगढ़ के साथ ही 28 जनवरी को हरियाणा की जींद विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हुए थे.
जींद में उपचुनाव कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की वजह से प्रतिष्ठा की लड़ाई में बदल चुका है. यहां चौथे राउंड की मतगणना पूरी होने तक सुरजेवाला बीजेपी के उम्मीदवार कृष्ण मिड्ढा से पीछे चल रहे हैं.
जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला तीसरे नंबर पर हैं.
कांग्रेस ने एक बड़ा दाँव खेलते हुए इस सीट से अपने प्रवक्ता और कैथल विधानसभा सीट से विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला को उम्मीदवार बनाया है.
हरियाणा में 2014 से बीजेपी की सरकार है और इस उप-चुनाव को सत्तारूढ़ सरकार पर जनता का मूड नापने के तौर पर भी देखा जा रहा है.
इस सीट पर सुरजेवाला के अलावा बीजेपी के कृष्ण मिड्ढा, इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) से उम्मेद सिंह रेडू और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से दिग्विजय चौटाला उम्मीदवार हैं.
यह सीट आईएनएलडी के क़ब्ज़े में थी पिछले साल अगस्त में विधायक हरिचंद मिड्ढा के निधन के बाद यह खाली हुई थी.
इस चुनाव में आईएनएलडी उनके बेटे कृष्ण मिड्ढा को उम्मीदवार बनाना चाहती थी मगर उन्होंने बीजेपी का हाथ थाम लिया.
रामगढ़ः नटवर सिंह के बेटे के भाग्य का फ़ैसला
वहीं, राजस्थान में नई सरकार बनने के तकरीबन डेढ़ महीने के अंदर ही एक सीट पर अलवर ज़िले की रामगढ़ सीट पर उप-चुनाव हुए हैं.
इस सीट पर सत्तारुढ़ कांग्रेस, बीजेपी और बसपा के बीच लड़ाई है.
सात दिसंबर को बीएसपी उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह की मौत के बाद यह सीट खाली हुई थी.
बसपा ने इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने शफ़िया ज़ुबैर ख़ान और बीजेपी ने सुखवंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है.